Current affairs of 3rd of january 2021 in hindi and english

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लेफ्टिनेंट जनरल आइच बने एनसीसी के नए महानिदेशक

लेफ्टिनेंट जनरल आइच बने एनसीसी के नए महानिदेशक

लेफ्टिनेंट जनरल तरुण कुमार आइच ने 1 जनवरी को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के महानिदेशक के रूप में पदभार संभाला। वह देश के प्रमुख युवा संगठन के 33वें महानिदेशक हैं।
जून 1986 में मद्रास रेजिमेंट की 16वीं बटालियन में कमिशन किए गए आइच राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा और रणनीतिक अध्ययन में एम.फिल किया है।
राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) स्थापना: 16 अप्रैल 1948
मुख्यालय: नई दिल्ली
Lieutenant General Tarun Kumar Aich took over as the Director General of the National Cadet Corps (NCC) on 1 January. He is the 33rd Director General of the country's premier youth organization.
Aich, who was commissioned in the 16th Battalion of the Madras Regiment in June 1986, is an alumnus of the National Defense Academy, Khadakwasla and the Indian Military Academy, Dehradun. He has done his M.Phil in Defense and Strategic Studies from Madras University.
National Cadet Corps (NCC) Establishment: 16 April 1948
Headquarters: New Delhi


पटना मौसम विज्ञान केंद्र को मिला शताब्दी मौसम वेधशाला का दर्जा

पटना मौसम विज्ञान केंद्र को मिला शताब्दी मौसम वेधशाला का दर्जा

के मौसम विज्ञान केंद्र ने एक नया खिताब अपने नाम कर लिया है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र को विश्व मौसम विज्ञान केंद्र जिनेवा ने शताब्दी मौसम वेधशाला का दर्जा दिया है. इतना ही नहीं पटना मौसम विज्ञान केंद्र मौसम विज्ञान और संबद्ध विज्ञान के क्षेत्र में वैज्ञानिक अवलोकन के दीर्घकालिक रिकॉर्ड वाले शहरों के आला क्लब में शामिल हो गया है. बीते दिनों हुई 72वीं कार्यकारी परिषद की बैठक में पटना के मौसम विज्ञान केंद्र को यह दर्जा दिया गया है.
The Meteorological Center has named a new title. Patna Meteorological Center has been given the status of Shatabdi Meteorological Observatory by the World Meteorological Center, Geneva. Not only this, Patna Meteorological Center has joined the niche club of cities with long-term record of scientific observation in the field of meteorology and allied sciences. This status has been given to the Meteorological Center of Patna in the 72nd Executive Council meeting held recently.


ऑस्ट्रेलिया ने अपने राष्ट्र गान में बदलाव किया

ऑस्ट्रेलिया ने अपने राष्ट्र गान में बदलाव किया

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने हाल ही में अपने राष्ट्र गान “Advance Australia Fair” में कुछ बदलावों की घोषणा की है। राष्ट्रगान की दूसरी पंक्ति को For we are young and free’ को बदलकर ‘For we are one and free’ कर दिया गया है।
ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रगान “Advance Australia Fair” को 1878 में लिखा गया था। यह 1984 में ऑस्ट्रेलिया का आधिकारिक राष्ट्रगान बना था। आलोचकों के अनुसार, “for we are young and free” शब्द ऑस्ट्रेलिया के इतिहास के 50,000 वर्षों को नष्ट कर देते हैं। ‘युवा’ शब्द का अर्थ है कि ऑस्ट्रेलियाई इतिहास केवल उपनिवेशवाद से शुरू हुआ था। तदनुसार, यह माना जाता है कि यह राष्ट्रगान ब्रिटिश उपनिवेशवाद का जश्न मनाता है। यह द्वीप राष्ट्र के स्वदेशी समुदायों को स्वीकार नहीं है, वे अब तक ऑस्ट्रेलिया दिवस (26 जनवरी) को आक्रमण दिवस के रूप में मनाते हैं।  
ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्र गान पीटर डोड्स मैकॉर्मिक (Peter Dodds McCormick) द्वारा रचा गया था।
The Australian Government has recently announced some changes to its national anthem "Advance Australia Fair". The second line of the national anthem has been changed to 'For we are one and free'.
The Australian national anthem "Advance Australia Fair" was written in 1878. It became the official national anthem of Australia in 1984. According to critics, the words "for we are young and free" destroy 50,000 years of Australia's history. The word 'youth' means that Australian history began only with colonialism. Accordingly, it is believed that this national anthem celebrates British colonialism. It is not acceptable to the island nation's indigenous communities, they still celebrate Australia Day (26 January) as Invasion Day.
Australia's national anthem was composed by Peter Dodds McCormick.


IFSCA बना IOSCO का नया एसोसिएट सदस्य

IFSCA बना IOSCO का नया एसोसिएट सदस्य

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (International Financial Services Centres Authority-IFSCA) अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभूति संगठन (International Organization of Securities Commissions-IOSCO) का सहयोगी सदस्य बन गया है। IOSCO का मुख्यालय मैड्रिड, स्पेन में स्थित है।
IOSCO: IOSCO दुनिया के प्रतिभूति नियामकों का अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जो दुनिया के 95% से अधिक प्रतिभूति बाजारों को कवर करता है, और प्रतिभूति क्षेत्र के लिए वैश्विक मानक-सेटर भी है।
इस नई सदस्यता से IFSCA को सामान हितों के क्षेत्रों पर वैश्विक स्तर और क्षेत्रीय स्तर पर जानकारी का आदान-प्रदान करने और अन्य अच्छी तरह से स्थापित वित्तीय केंद्रों के नियामकों के अनुभवों और सर्वोत्तम प्रयासों से सीखने में मदद करने के लिए मंच मिलेगा।

IFSCA: वित्त मंत्रालय द्वारा अप्रैल 2020 में देश में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (IFSCs) में सभी वित्तीय सेवाओं को विनियमित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) की स्थापना एक एकीकृत प्राधिकरण के रूप में की गई थी। इस संगठन का मुख्यालय गुजरात के गांधीनगर में स्थित है।
The International Financial Services Centers Authority-IFSCA has become an associate member of the International Organization of Securities Commissions-IOSCO. IOSCO is headquartered in Madrid, Spain.
IOSCO: IOSCO is the world's international organization of securities regulators, covering more than 95% of the world's securities markets, and is also a global standard-setter for the securities sector.
This new membership will provide a platform to help IFSCA exchange information on areas of common interest globally and regionally and learn from the experiences and best efforts of regulators of other well-established financial centers.

IFSCA: The International Financial Services Center Authority (IFSCA) was established in April 2020 by the Ministry of Finance to regulate all financial services in International Financial Services Centers (IFSCs) in the country. The headquarters of this organization is located in Gandhinagar, Gujarat.


हैदराबाद में देश का पहला रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम लॉन्च किया गया

हैदराबाद में देश का पहला रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम लॉन्च किया गया

हाल ही में देश के सबसे बड़े आयल रिटेलर ‘इंडियन ऑयल कार्पोरेशन’ ने घोषणा की कि उसने तेल रिफाइनरियों की टर्बाइनों के लिए देश का पहला रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम लॉन्च किया है।
हैदराबाद में स्थित इस परियोजना का उद्घाटन हाल ही में भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया है।
यह पहली बार है जब देश में इस तरह की बहु-इकाई निगरानी प्रणाली को किसी आयल पीएसयू द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
मूल रूप से उपर्युक्त रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम को संयुक्त राज्य अमेरिका में जनरल इलेक्ट्रिक के अटलांटा विश्लेषणात्मक केंद्र से संचालित करने की परिकल्पना की गई थी, लेकिन डेटा रेजिडेंसी क्लॉज और राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा दिशा-निर्देशों के कारण, अब इसे हैदराबाद से संचालित किया जाएगा।
रिफाइनरियों के रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम के बारे में:
इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की तेल रिफाइनरियों की टर्बाइनों की ट्रैकिंग के लिए रिमोट मॉनिटरिंग एंड ऑपरेशन सेंटर को भेल (BHEL) और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के संयुक्त उपक्रम द्वारा लागू किया गया है। इस संयुक्त उपक्रम का नाम ‘बीएचईएल-जीई गैस टर्बाइन सर्विसेज’(BHEL-GE Gas Turbine Services ,BGGTS) है।
इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की तेल रिफाइनरियों की टर्बाइनों की ट्रैकिंग के लिए रिमोट मॉनिटरिंग में प्रोएक्टिव प्रिडेटिव एनालिटिक्स-आधारित ऑटोमेटिक एनोमली डिटेक्शन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है।
इस रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम से इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की आठ रिफाइनरियों के 27 टर्बाइनों को डिजिटली रूप से दूर से ही बैठकर हैदराबाद से मानीटर किया जा सकेगा। इस सिस्टम से गैस टर्बाइन से संबंधित उभरने वाले मुद्दों का पता लगाने और उनका निदान करने में मदद मिलेगी।
Recently the Indian Oil Corporation, the country's largest oil retailer, announced that it has launched the country's first remote monitoring system for oil refineries' turbines.
The project located in Hyderabad has been inaugurated recently by Dharmendra Pradhan, Minister of Petroleum and Natural Gas, Government of India.
This is the first time such a multi-unit monitoring system is being implemented in the country by an oil PSU.
The above-mentioned remote monitoring system was originally envisaged to operate from General Electric's Atlanta Analytical Center in the United States, but due to the data residency clause and national cyber security guidelines, it will now be operated from Hyderabad.
About the remote monitoring system of the refineries:
The Remote Monitoring and Operation Center has been implemented by a joint venture of BHEL (BHEL) and General Electric (GE) for tracking the oil refineries of Indian Oil Corporation. The name of the joint venture is 'BHEL-GE Gas Turbine Services' (BHEL-GE Gas Turbine Services, BGGTS).
Proactive Predictive Analytics-based automatic anomaly detection technology has been used in remote monitoring for tracking of oil refineries of Indian Oil Corporation.
With this remote monitoring system, 27 turbines of eight refineries of Indian Oil Corporation can be digitally monitored remotely from Hyderabad. This system will help in detecting and diagnosing issues related to gas turbines.


थौबल बहुउद्देशीय परियोजना का उद्घाटन किया गया

थौबल बहुउद्देशीय परियोजना का उद्घाटन किया गया

हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल मोड के माध्यम से मणिपुर के इंफाल में थौबल बहुउद्देशीय परियोजना (थौबल डैम) का उद्घाटन किया है। यह परियोजना मूल रूप से वर्ष 2014 में शुरू की गई थी। 462 करोड़ की इस परियोजना का लक्ष्य राज्य में 35,104 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करना है। शाह ने यहाँ एक एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र सहित परियोजनाओं के लिए आधारशिला भी रखी।
Recently, Union Home Minister Amit Shah has inaugurated the Thoubal Multipurpose Project (Thoubal Dam) in Imphal, Manipur via virtual mode. The project was originally launched in the year 2014. This project worth 462 crore aims to irrigate 35,104 hectares of land in the state. Shah also laid the foundation stone for projects here, including an integrated command and control center.


असम में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए एडीबी ने दिया 231 मिलियन $ का ऋण

असम में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए एडीबी ने दिया 231 मिलियन $ का ऋण

एशियाई विकास बैंक (Asian Development Bank) ने असम में बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए भारत सरकार के साथ 231 मिलियन डॉलर के ऋण पर हस्ताक्षर किए हैं। यह 'असम पावर सेक्टर इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम' के लिए दी गई तीसरी किश्त ऋण है, जिसे जुलाई 2014 में एडीबी बोर्ड द्वारा मंजूर किया गया था।
इस परियोजना के तहत, 120 मेगावाट के पनबिजली संयंत्र (hydroelectric power plant) का निर्माण किया जाएगा। यह कार्यक्रम असम में ऊर्जा सेवा और वितरण प्रणाली की क्षमता और दक्षता बढ़ाने पर केंद्रित है ताकि सभी उपभोक्ताओं के लिए बिजली सेवा की उपलब्धता में सुधार किया जा सके।
The Asian Development Bank has signed a $ 231 million loan with the Government of India to increase power generation capacity in Assam. This is the third installment loan given for the 'Assam Power Sector Investment Program', which was approved by the ADB Board in July 2014.
Under this project, a 120 MW hydroelectric power plant will be built. The program focuses on increasing the capacity and efficiency of the energy service and distribution system in Assam to improve the availability of electricity service to all consumers.


UNDP और PCMC ने ‘पहले सोशल इम्पैक्ट बॉन्ड’ के लिए किया समझौता

UNDP और PCMC ने 'पहले सोशल इम्पैक्ट बॉन्ड' के लिए किया समझौता

पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम ने हाल ही में भारत के पहले सोशल इम्पैक्ट बॉन्ड (SIB) के सह-निर्माण के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) इंडिया के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पहला ऐसा मौका है जब कोई सरकारी निकाय किसी बांड में 'आउटकम फंडर' के रूप में कार्य करेगा, जबकि परंपरागत रूप से ज्यादातर सरकारी-वित्त पोषित सार्वजनिक परियोजनाओं क्र परिणामों की पर्याप्त अवधि के साथ सरकार द्वारा बड़े और शुरुआती निवेश की आवश्यकता होती है और जिसमें कई तरह के जोखिम शामिल होते हैं ।
सोशल इम्पैक्ट बॉन्ड (SIB): सोशल इम्पैक्ट बॉन्ड को पे-फॉर-सक्सेस बॉन्ड या पे-फॉर-सक्सेस फ़ाइनेंस भी कहा जाता है. जो सोशल बॉन्ड मूल रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के प्राधिकरण के साथ एक अनुबंध है, जहाँ यह बेहतर सामाजिक परिणामों के लिए भुगतान करता है।
यह बॉन्ड परिणाम-आधारित अनुबंध का एक रूप है और इसका उद्देश्य नागरिकों के एक विशिष्ट समूह के लिए सामाजिक परिणामों में सुधार करना है।
यदि पूर्व-निर्धारित परियोजना लक्ष्य पूरा हो जाता है तो पीसीएमसी प्रशासन बांड से जुड़ी एक लोक कल्याणकारी परियोजना की लागत वहन करेगा।

UNDP मुख्यालय: न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका
UNDP हेड: अचिम स्टेनर
UNDP स्थापित: 22 नवंबर 1965

The Pimpri Chinchwad Municipal Corporation of Pune has recently signed a memorandum of understanding with the United Nations Development Program (UNDP) India for the co-creation of India's first Social Impact Bond (SIB). This is the first time a governmental body will act as an 'Outcome Funder' in a bond, while traditionally most government-funded public projects require large and early investment by the government with substantial duration of results. And that includes many risks.
Social Impact Bond (SIB): Social impact bond is also known as pay-for-success bond or pay-for-success finance. A social bond is basically a contract with a public sector authority, where it pays for better social outcomes.
This bond is a form of outcome-based contract and aims to improve social outcomes for a specific group of citizens.
If the pre-determined project target is met, the PCMC administration will bear the cost of a public welfare project linked to the bond.
UNDP Headquarters: New York, New York, United States
UNDP Head: Achim Steiner
UNDP Established: 22 November 1965


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