दोस्तो पिछली पोस्ट में आपने ओलंपिक गेम्स के महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जाना और साथ ही साथ हमने भारत के अभूतपूर्व सफर के बारे में भी बात की। इस पोस्ट में हम भारत के टोक्यो ओलंपिक 2021 के सफर के बारे में जानेंगे| दोस्तो जैसा कि आप जानते है कि ओलंपिक खेल सरकारी एग्ज़ाम (Government Exam) कि दृष्टि से बहुत ही महत्तवपूर्ण (important) मानेे जाते है, और सभी एग्ज़ा़म में ओलंपिक से एक ना एक सवाल (question) देखने को जरूर मिलते है।
अगर आपको ओलिंपिक के इतिहास के बारे में नहीं पता है तो ये पोस्ट जरूर पढ़े – Most important facts about indian olympic (भारतीय ओलंपिक से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य)
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (summer Olympics) खेलों को वर्ष 2020 में टोक्यो (Tokyo) में आयोजित किया जाना था, परतुं कोरोना महामारी के कारण इन खेलो को 2020 में स्थगित करते हुए वर्ष 2021 में आयोजित किया गया है।
अत: यह पोस्ट आपके एग्ज़ाम को देखते हुए तैयार किया गया है जो आपकेे रेल्वे (railways), एसएससी (SSC), बेंक(Bank), पटवारी(Patwari), पुलिस /दरोगा (Police / Inspector), ओर सभी वन डे एग्ज़ाम (All One Day Exam) के लिए महत्वपूूर्ण साबित होगा, और उन सभी एग्ज़ा़म में यहां से सवाल देखने को जरूर मिलेंगे जिनमें करेंट अफेयर्स (current affairs) पूछें जाते हैं।
ओलंपिक के 125 वर्षो के इतिहास की बात की जाए तो टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) 2020 भारत का अब तक का सबसे सफल ओलंपिक माना जा रहा है क्योंकि जहां भारत के कई दिग्गज खिलाड़ी क्वाटर फाइनल तक पहुंचने में ही बाहर हो चुके थे तो वहीं कुछ नए और कुछ वह खिलाड़ी जिनसे पदक की उम्मीद कुछ कम आंकी गई थी, उन्होंने कामन सम्भाली और इस ओलंपिक में 1 स्वर्ण (gold), 2 रजत (silver) और 4 कास्यं (bronze) सहित कुल 7 पदक (medal) जीतकर अब तक का सबसे सफल ओलंपिक बनाने में कामयाब हुए।
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra): मेंस जेवलिन थ्रो (Men’s Javelin Throw) – गोल्ड मेडल (Gold medal)
भारत ने ओलंपिक में अपने 125 साल के इतिहास में पहली बार एथलेटिक्स (athletics) में स्वर्ण पदक (gold medal) अपने नाम किया। इससे पहले किसी भारतीय ने कभी भी ट्रैक एंड फील्ड प्रतिस्पर्धा में पदक नहीं जीता था। हालांकि 1900 में नॉर्मन प्रिचर्ड(Norman Pritchard) ने एथलेटिक्स में दो रजत पदक (silver medal) जीते थे, परतुं वे भारतीय नहीं थें, हाालांकि उनका जन्म भारत में हुआ था पर वह एक ब्रिटिश अंग्रेज थे और भारत की तरफ से उन्होंने इस प्रतियोगिता (Competition) का नेतृृत्व किया था।
टोक्यो में भारत ने एक स्वर्ण पदक (gold medal) जीता और यह कीर्तिमान जैवलिन थ्रो (javelin throw) में नीरज चोपड़ा(Neeraj Chopra) ने अपने दूूसरे ही प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंक कर रचा और इस तरह 13 साल बाद भारत ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक (gold medal) जीता। इससे पहले 2008 में अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) ने शूटिंग (Shooting) में स्वर्ण पदक (gold medal) जीता था। अभिनव के बाद नीरज दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है जबकि एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले वह पहले खिलाड़ी बन गए।
मीराबाई चानू (Chanu Saikhom Mirabai): वूमेंस वेटलिफ्टिंग (Women’s weightlifting) (49 किग्रा) – रजत पदक (Silver medal)
भारोत्तोलन (weightlifting) के 49 किलो वर्ग में कुल 202 किलो (87 किलो + 115 किलो) भार उठा कर भारत के लिए इस प्रतिस्पर्धा (Competition) में 21 साल बाद ओलंपिक पदक हासिल किया। चानू, कर्णम मल्लेश्वरी (Karnam Malleswari) के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय वेटलिफ्टर (weightlifter) बन गईं हैं।
भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) 2020 में पहले ही दिन अपने शानदार प्रदर्शन से भारत के लिए रजत पदक ( silver medal) से खाता खोल दिया था। उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक हासिल किया। यह उनका पहला ओलंपिक पदक है ।
रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya): मेंस फ्रीस्टाइल (Men’s freestyle) (57 किग्रा) – रजत पदक (Silver medal)
भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) ने टोक्यो में ओयोजित 2020 ओलंपिक में डेब्यू ही किया था और उन्होंने अपने पहले ही ओलंपिक में रजत पदक (silver medal) जीतकर भारत को गौरानवित कर दिया।
23 वर्ष के रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) टोक्यो 2020 में पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती (57 kg freestyle wrestling) प्रतिस्पर्धा में पूर्व सिल्वर मेडलिस्ट (Silver Medalist) कजाकिस्तान (Kazakhstan) के नुरिस्लाम सानायेव (Nurislam Sanayev) को हराकर सेमीफाइनल (semifinals) में अपनी जगह के साथ साथ एक पदक भी पक्का कर लिया था परतुं वह फाइनल में दो बार के विश्व चैंपियन (world champion) जावुर उगुएव (Javur Uguev) से हार गए और उन्हें रजत पदक (silver medal) से संतोष करना पड़ा।
रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) ओलंपिक में रजत पदक (silver medal) हासिल करने वाले दूसरे पहलवान हैं. उनसे पहले सुशील कुमार (Sushil Kumar) 2012 के लंदन ओलंपिक (London Olympics) में रजत पदक (silver medal) जीतने वाले पहले पहलवान (Wrestler) बने थे।
बजरंग पुनिया (Bajrang Punia): मेंस रेसलिंग (Men’s Wrestling) (65 किग्रा) – कास्यं पदक (Bronze medal)
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) और रवि दाहिया (Ravi Dahiya) की तरह ही बजरंग पूनिया (Bajrang Poonia) का भी यह पहला ओलंपिक था, उन्होंने 65 किलोवर्ग फ़्री स्टाइल कुश्ती (65 kg freestyle wrestling) के मुक़ाबले में कज़ाख़स्तान (Kazakhstan) के पहलवान दौलेत नियाज़बेकोव (Daulat Niyazbekov) को एक तरफा मुकाबले में बहुत ही बुरी तरह (8-0) से परास्त किया और कास्यं पदक (bronze medal) जीतते हुए सेमीफाइनल (semifinals) के लिए अपनी जगह भी पक्की कर ली थी।
हालांकि सेमीफाइनल (semifinals) में उन्हें हार का सामना करना पड़ा पर बजरंग ने भारत की झोली में चौथा कांस्य और कुल छठां पदक डाल दिया था।
लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain): वूमेंस वेल्टरवेट (69 किग्रा) – कांस्य पदक (Bronze medal)
जहां विजेंदर सिंह (Vijender Singh) ने 2008 बीजिंग ओलंपिक (Beijing Olympics) और मेरी कॉम (Mary Kom) ने 2012 लंदन ओलंपिक (London Olympics) में भारत के लिए बॉक्सिंग (boxing) में कांस्य पदक (Bronze Medal) हासिल किए थे. तो वहीं भारत को 9 साल के बाद ओलंपिक बॉक्सिंग में अपना तीसरा पदक हासिल हुआ, और यह कारनामा किया लवलीना नें।
असम की लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) बॉक्सिंग (boxing) में ओलंपिक पदक हासिल करने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी हैं.
अपने ओलंपिक डेब्यू में लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) ने महिलाओं के 69 किग्रा केटेेगिरी में फाइट करते हुए क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे (Chinese Taipei) की निएन-चिन चेन (Nien-Chin Chen) को हराकर पदक पक्का किया था।
तो वहीं वह तुर्की (turkish) की शीर्ष वरीयता प्राप्त बुसेनाज़ सुरमेनेली (Busenaz Surmenelli) से सेमीफाइनल (semifinals) में हार गई और उनके पक्के किए गए कास्यं पदक (bronze medal) को रजद या गोल्ड से बदलने का सपना वहीं थम गया।
पीवी सिंधु (P.V Sindhu): वूमेंस सिंगल्स बैडमिंटन (women’s badminton singles) – कांस्य पदक (Bronze medal)
”बैडमिंटन क्वीन (Badminton Queen)” के नाम से मशहूर पीवी सिंधु (PV Sindhu) जहां अपने दमदार प्रदर्शन से भारतीय दर्शको का मन रियो ओलंपिक 2016 (Rio Olympics 2016) में ही जीत चुकी थी तो वहीं उनसे इस बार स्वर्ण पदक (gold medal) की उम्मीद की गई थीं।
जहां पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने महिला सिगंल्स मुकाबले में चीन (China) की बिंगजियाओ (Bingjiao) को 21-13, 21-15 से हराया तो वहीं वह अपना सेमीफाइनल मुकाबला हार गई जिससे वह कांस्य पदक (bronze medal) को प्राप्त करते हुए स्वर्ण पदक (gold medal) की दौड़ से बाहर हो गयीं
परतुं भारतीय ओलंपिक में एक नया इतिहास लिखने से वह नही चुकीं क्योंकि सिधुं, सुशील कुमार (Sushil Kumar) के बाद दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय एथलीट और पहली भारतीय महिला एथलीट (First Indian female athlete) बन गई हैं।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम (Indian men’s hockey team) – कांस्य पदक (Bronze medal)
इस ओलंपिक में भारतीय पुरूष हॉकी टीम (Indian men’s hockey team) ने मनप्रित सिंह (Manpreet Singh) की मेजबानी में इतिहास रचते हुए, देशवासियों को 41 साल के इंतजार को खत्म किया ओर भारतीय पुरुष हॉकी टीम (Indian men’s hockey team) ने एक और ओलंपिक पदक हासिल कर लिया। आपको यह पता होना चाहिए कि भारतीय पुुरूष हॉकी टीम का इतिहास बहुत ही गौरव पूर्ण रहा है एक समय तो भारतीय टीम को हराना भी दूसरे देशों के लिए एक सपना बन चुका था क्योंकि भारतीय टीम ने 6 लगातार स्वर्ण पदक सहित कुल 8 स्वर्ण (Gold) 1 रजत (Silver) और 3 कास्यं (Bronze) सहित कुल 12 पदक (Medals) जीत लिए हैं। भारतीय हॉकी टीम को आखिरी पदक गोल्ड के रूप में 1980 मास्को ओलंपिक (Moscow Olympics) में मिला था।
कास्यं पदक (bronze medal) के लिए हो रहे मैच में एक समय 3-1 से पिछड़ने के बाद भारत ने जबरदस्त वापसी करते हुए जर्मनी (Germany) को 5-4 से हराकर कास्यं पदक अपने नाम कर लिया। यह उनका तीसरा ओलंपिक कांस्य पदक है ।
एग्ज़ाम की दृृृष्टि सेे टोक्यो ओलंपिक के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य / Other important facts about Tokyo Olympics from exam point of view
- टोक्यो ओलंपिक का आयोजन 23 जुलाई से 8 अगस्त (23 July to 8 August) तक किया गया था।
- 2021 से पहले जापान में ओलंपिक खेलों का आयोजन 1964 में किया गया था।
- टोक्यो ओलंपिक 2020 केे लिए शुभंकर मिराइतोवा (miraitova) जबकि पैरालंपिक खेलों के लिए सोमाइटी (somite) था।
- टोक्यो ओलंपिक‚ 2020 का पहला स्वर्ण पदक यांग कियान (Yang Qian) ने जीता, कियान ने यह स्वर्ण पदक महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल(10m air rifle) स्पर्धा में जीता है।
- टोक्यो ओलंपिक 2020 के उद्घाटन समारोह में भारतीय टीम के लिए ध्वजवाहक, मनप्रीत सिंह एवं MC मैरीकॉम (Manpreet Singh and MC Mary Kom) थे ।
- टोक्यो ओलंपिक 2020 के समापन समारोह में भारतीय टीम के लिए ध्वजवाहक बजरगं पूनिया थे।
- ग्रीष्मकालीन ओलंपिक 2020 ओलंपिक खेलो का 32वां संस्करण (32nd Edition) था। जबकि ओलंपिक के 33वें सस्ंकरण 2024 की मेज़बानी फ़्रांस की राजधानी पेरिस में कि जाएगी।
- ओलंपिक 2020 में पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी ब्राजील की रेसा लील (Raisa Leal) (13 साल 203 दिन) थी इन्होंने रजत पदक (silver medal) जीता।
- ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक (gold medal) जीतने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी मात्र 13 साल 330 दिन कि उम्र में जापान की मोमिजी निशिया (Momiji Nishiya) ने अपना पहला ओलिंपिक खेलते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
- ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली तलवारबाज (swordsman) भवानी देवी (Bhavani Devi) बनीं।
- ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला तैराक (swimmer) नेत्रा कुमानन (Netra Kumanan) बनीं।
- टोक्यो ओलंपिक में सॉफ्टबॉल (softball), कराटे (karate), स्केटबोर्ड (skateboard), सर्फिंग (surfing) आदि नए खेलों को शाामिल किया गया। जबकि बेसबॉल (baseball) खेल कि 13 साल बाद वापसी हुई है।
बौद्ध धर्म और जैन धर्म में अभी तक कंफ्यूज हैं तो ये वीडियो जरूर देखें। सभी exams के लिए उपयोगी
आपको ये पोस्ट पढ़ कर कैसा लगा हमें कमेंट कर के बताये। पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
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